शहडोल।नवरात्रि के पावन अवसर पर शहडोल निवासी सुप्रसिद्ध चिकित्सक दंपत्ति डॉ. उमेश कुमार नामदेव एवं उनकी पत्नी डॉ. सुधा नामदेव ने समाजहित में एक प्रेरणादायी निर्णय लिया है। बुधवार को दोनों ने शासकीय बिरसा मुंडा चिकित्सा महाविद्यालय, शहडोल पहुंचकर मृत्यु उपरांत शरीर दान हेतु सहमति फॉर्म भरकर अपने जीवन के बाद भी समाज की सेवा करने का संकल्प लिया।
डॉ. नामदेव दंपत्ति ने कहा कि “मनुष्य का जीवन तभी सार्थक है जब वह दूसरों के काम आए। मृत्यु के पश्चात भी हमारा शरीर चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान में योगदान दे सके, यही हमारी सबसे बड़ी संतुष्टि होगी।”
शरीर दान की सहमति पत्र पर उनके परिजनों डॉ. सुष्मिता नामदेव (पुत्री) और अन्य परिजनों ने भी हस्ताक्षर कर समर्थन दिया।
गौरतलब है कि शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय शहडोल में मृत्युपरांत शरीर दान से मेडिकल शिक्षा प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों को पढ़ाई और अनुसंधान में अत्यंत सहयोग मिलता है।
नवरात्रि जैसे शुभ अवसर पर लिया गया यह संकल्प समाज के लिए प्रेरणास्रोत है और आने वाली पीढ़ियों को चिकित्सा शिक्षा में अमूल्य योगदान देगा।