शहडोल।भारत की लगभग 80% आबादी गांव में निवास करती है भारत को स्वतंत्र हुए लगभग आठ दशक पूर्ण होने जा रहे हैं पर दुर्भाग्य की इस महान भारत का कि भारतीय दूरसंचार विभाग की सेवा से ग्रामीण अंचल वंचित है। बीएसएनएल के नेटवर्क में गुणवत्तापूर्ण सुधार के संबंध में अनूपपुर जिले के जैतहरी निवासी समाजसेवी जितेंद्र सिंह द्वारा केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को पत्र भेज कर मांग की गई है कि बीएसएनएल के नेटवर्क में गुणवत्तापूर्ण सुधार किया जाए।
पत्र में कहा गया है कि दुर्भाग्य है की संपूर्ण भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी के क्रियाकलापों की तरह कुछ प्रभावशाली तत्वों की कंपनियों जैसे जिओ आइडिया एयरटेल आज कंपनियां संपूर्ण भारतवर्ष में बीएसएनल को पछाड़ कर मोबाइल नेटवर्किंग वाई-फाई आदि सिस्टम फैला कर उपभोक्ता से मनमाना रुपया वसूल रहे हैं।
रिलायंस की जिओ कंपनी जैसे ही भारतवर्ष में स्थापित हुई पूरा का पूरा कार्य प्रणाली ईस्ट इंडिया कंपनी की तरह था सर्वप्रथम बिजनेस फैलाने के लिए सभी उपभोक्ताओं को केवल आधार कार्ड और फोटो मांगे गए और मुफ्त सुविधा प्रदान की गई।भारतीयों की विशेषता है की वे इमोशनल हो जाते हैं तथा वफादार और विश्वसनीय भारतवासियों की विशेष पहचान है जिस पर इतिहास गवाह है कितने कुठाराघात विश्वास घात हम भारतवासियों पर विदेशी ताकतों ने किए हैं इस तरह जिओ कंपनी की चाल में गरीब मजदूर किसान सर्वहारा वर्ग झांसे में आ गए और अब बेतहाशा टैरिफ के बढ़ने से परेशान है।
मंत्री जी जिओ कंपनी की टैरिफ आप मंगा कर देखिए की मुफ्त सेवा देने वाला जिओ जब संपूर्ण भारतवर्ष में अपना जाल आधार कार्ड और फोटो लेकर किया और अच्छी सेवा देकर बीएसएनएल अधिकारियों को वशीभूत एवं उन्हें उपस्थित कर और केंद्र प्रकार हैं बीएसएनल को ध्वस्त कर दिया गया बीएसएनएल की सेवा सुनने की ओर पहुंचने लगी बीएसएनल जैसी सेवा उपहास का किरदार निभाने लगी यही कंपनियों बीएसएनएल के खिलाफ दुष्प्रचार किया और बीएसएनल को नाम दे दिया गया कि भीतर से नहीं लगेगा शायद यही दुष्प्रचार बीएसएनल को समाप्ति कि और ले जा रहा है।
