शहडोल।स्थानीय सरस्वती उ.मा.विद्यालय पाण्डव नगर में विद्याभारती की योजनानुसार वीरांगना लक्ष्मीबाई,झलकारी बाई जयंती पर झांकी,सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं शौर्ययात्रा निकाली गई।कार्यक्रम का उद्घाटन मंचस्थ अतिथियों द्वारा वाग्देवी माँ सरस्वती, ओम एवं भारत माता के चित्रों पर तिलक वंदन,माल्यार्पण के साथ दीप प्रज्जवलित कर किया गया।संस्था के प्राचार्य जितेन्द्र मिश्रा द्वारा अतिथियों का आत्मीय परिचय कराया गया।मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के विभाग प्रचारक कमल जी विद्यालय प्रबंध समिति के पदाधिकारियों कमशः,श्रीमती भारती गुप्ता (अध्यक्ष), संतोष लोहानी (व्यवस्थापक),विष्णु कांत मिश्रा (सह व्यवस्थापक),श्रीमती वंदना सिंह (कोषाध्यक्ष), का मा० प्राचार्य द्वारा तिलक वंदन,शाल, श्रीफल एवं पुष्प गुच्छ भेंट कर भावपूर्ण अभिनंदन किया गया ।
कार्यक्रम में सर्वप्रथम विद्यालय के भैया बहिनों द्वारा वीरांगना लक्ष्मीबाई एवं झलकारी बाई की वेशभूषा में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम,कविता पाठ एवं नाटक का आयोजन किया गया।उसके पश्चात मंचस्थ अतिथियों द्वारा कमशः वीरांगना लक्ष्मीबाई एवं झलकारी बाई के संबंध में सारगर्भित पाथेय प्रदान किया गया।मुख्य वक्ता के रूप में विभाग प्रचारक कमल जी द्वारा वीरांगना झलकारी बाई के जीवन चरित्र के बारे में प्रकाश डालते हुये उनके जन्म से लेकर उनके बाल्यावस्था के शौर्य पराक्रम की चर्चा करते हुए बताया कि किस प्रकार झलकारी बाई जंगल में लकड़ी संग्रह करते समय शेर के हमले से अपने सहेलियों की रक्षा करते हुए शेर से भिड़ गई और अंत में कुल्हाड़ी से उसका वध कर दिया। इस प्रकार अनेक घटनाओं पर मा० विभाग प्रचारक जी द्वारा प्रकाश डालते हुए उनके सम्पूर्ण जीवन का सारगर्भित उल्लेख किया गया और सभी भैया,बहिनों को संबोधित करते हुए उनके जैसे पराक्रमी,शौर्यवान बनने की प्रेरण प्रदान की।अंत में आभार प्रदर्शन विद्यालय के व्यवस्थापक इंजी संतोष लोहानी ने किया।उसके पश्चात वीरांगना लक्ष्मीबाई,झलकारी बाई की झांकी के साथ शोर्ययात्रा निकाली गई जिसमें विद्यालय के भैया/बहिनों के साथ अतिथियों,प्रबंध समिति के अधिकारियों एवं आचार्य परिवार ने भी शौर्ययात्रा में साथ चलते हुये सबका खूब उत्साहवर्धन किया।