शहडोल।समाज सेवा राष्ट्र सेवा के लिए समर्पित पंडित शंभूनाथ शुक्ल विश्वविद्यालय शहडोल के लोकप्रिय प्राणी शास्त्र के प्रोफेसर भरत शरण सिंह की सेवानिवृत्ति पर शुक्रवार की शाम होटल वेलकम इन में विदाई समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्रोफेसर भरत शरण सिंह को भावभीनी विदाई दी गई।
समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में प्रोफेसर भरत शरण सिंह मंचासीन रहे जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में पंडित शंभूनाथ शुक्ला महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डॉक्टर एस.के सक्सेना वरिष्ठ चिकित्सक डॉ.ए.के श्रीवास्तव एवं डॉ राजेश पांडे ए. भाभा विश्वविद्यालय भोपाल के कुलपति डॉ.मनोज शुक्ला नगर पालिका परिषद के सेवानिवृत मुख्य नगर पालिका अधिकारी दादूलाल सिंह एवं पंडित शंभूनाथ शुक्ला महाविद्यालय के सेवानिवृत्ति के प्रोफेसर विनय सिंह उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन बुढार महाविद्यालय की प्रोफेसर संगीता मसीह ने किया।
कार्यक्रम में वक्ताओं ने जहां एक ओर प्रोफेसर भरत शरण सिंह की उपलब्धियां गिनाई वहीं दूसरी ओर उनके साथ बिताए गए पलों की स्मृति का उल्लेख किया।वक्ताओं ने कहा कि भरत दादा बहुत ही सरल सहज व्यक्तित्व के धनी हैं।आपने पूरी लगन निष्ठा और परिश्रम के साथ 42 वर्ष के कार्यकाल में अपने स्टूडेंट की प्रतिभा को निखारने का काम किया परिणाम स्वरूप उनके सभी स्टूडेंट अपना करियर बनाने में सफल रहे। वक्ताओं ने यह भी कहा कि आपने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़कर समाज और राष्ट्र की सेवा में अपना पूरा जीवन लगा दिया।वक्ताओं ने यह भी कहा कि आपके अंदर अहंकार बिल्कुल नहीं है।मध्य प्रदेश निजी विश्वविद्यालय नियामक आयोग के अध्यक्ष रहते हुए भी आपके अंदर से सहजता सरलता जरा भी कम नहीं हुई।सभी वक्ताओं ने हृदय से उन्हें शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पंडित शंभूनाथ शुक्ल विश्वविद्यालय शहडोल के प्रोफेसर पद से सेवानिवृत होने के बाद भी मध्य प्रदेश निजी विश्वविद्यालय नियामक आयोग के अध्यक्ष बने रहेंगे और हमारी कामना है कि आप राज्यपाल के पद को भी सुशोभित करें।
अपने उद्बोधन में प्रोफेसर भरत शरण सिंह ने कहा कि जिस तरह से गोस्वामी तुलसीदास एवं स्वामी विवेकानंद जी ने अपने कर्तव्य का निर्वहन किया है उसी तरह मैं भी पूरी सहजता से अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए समाज और राष्ट्र के प्रति समर्पित रहा हूं।और आगे भी जीवन पर्यंत समर्पित रहूंगा।
साल श्री फल से किया गया सम्मानित
इस अवसर पर डॉक्टर मनीष सिंह द्वारा भरत दादा का शाल श्रीफल से एवं स्मिथ चिन्ह देकर सम्मानित किया गया वहीं दूसरी ओर कार्यक्रम में उपस्थित अनेक गण व्यक्तियों द्वारा फूल मालाओं से भरत दादा का सम्मान किया गया।प्रशंसा पत्र का वाचन सेवानिवृत प्रोफेसर विनोद जायसवाल ने किया।आभार प्रदर्शन डॉ मनीष सिंह ने किया।
समारोह में प्रोफेसर विक्रम सिंह, प्रोफेसर करुणेश झा,प्रोफेसर अनिल उपाध्याय,प्रोफेसर राधेश्याम नापित,अनूपपुर महाविद्यालय के प्राचार्य अनिल सक्सेना के अलावा वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर एस.सी त्रिपाठी डॉ.उमेश नामदेव एवं डॉक्टर सुधा नामदेव,रवि सिंह, परीक्षित सिंह पत्रकार अजय जायसवाल, पत्रकार राहुल मिश्रा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।