डॉक्टर की रिपोर्ट पर तीन पत्रकारों के विरुद्ध पुलिस ने किया मामला दर्ज

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शहडोल।सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बुढार में पदस्थ एक चिकित्सक की शिकायत पर बुढार पुलिस ने तीन तथा कथित पत्रकारों के विरुद्ध मामला दर्ज किया है।स्मरणीय है कि भारत एमपी टाइम्स न्यूज़ में अभी हाल ही में यह खबर लगाई गई थी कि फर्जी पत्रकारों की बाढ़ पुर शहडोल संभाग में आ गई है।और इन फर्जी पत्रकारों की वजह से प्रजातंत्र के चौथे स्तंभ समाचार पत्र एवं पत्रकारों की बदनामी हो रही है। वरिष्ठ पत्रकारों द्वारा इस मुद्दे पर अपनी अपनी प्रक्रियाएं भी व्यक्त करते हुए पुलिस प्रशासन से मांग की गई थी कि शहडोल संभाग के वर्तमान सभी पत्रकारों का पुलिस वेरिफिकेशन कराया जाए और नए पत्रकारों के लिए नियम बने कि बिना चरित्र प्रमाण पत्र के जनसंपर्क अधिकारी अपने कार्यालय में उनका पंजीयन न करें।

ऐसे कर रहे थे ब्लैकमेलिंग

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बुढार में पदस्थ डॉक्टर रवि कृष्णा पटेल द्वारा बुढार थाने में एक लिखित शिकायत दी गई है।जिसमें कहा गया है कि तीन पत्रकारों द्वारा अनावश्यक रूप से उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है।शिकायत के मुताबिक डॉक्टर पटेल की 16 अक्टूबर को रात कालीन ड्यूटी थी और 17 अक्टूबर को प्रातः11:00 बजे मुख्य चिकित्सा अधिकारी की निर्देशन में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जयपुर में हुए पोस्टमार्टम करने हेतु गए थे।जहां चिकित्सा की कक्षा में पोस्टमार्टम के प्रतिवेदन एवं पंचनामा हेतु पुलिस का इंतजार वे कर रहे थे।इसके कुछ समय के पहले ही डॉक्टर द्वारा दो एमएलसी एवं कई मरीजों का इलाज भी किया गया था।फिर मेरे सर में दर्द होने के कारण टेबल पर सर रखकर आराम कर रहे थे।तभी चार लोग उनके रूप में आए और मोबाइल से वीडियो बनाते हुए बोले कि हम लोग पत्रकार हैं तब मैंने बोला कि मैं रात भर ड्यूटी करके यहां बीएमओ साहब के आदेश पर पीएम हेतु आया हूं।मैंने बोला वीडियो क्यों बना रहे हो चाहे तो मेरी बाइक ले लो तब वह लोग बाद में मिलने का बोलकर वहां से चले गए।और मेरी बाइक भी नहीं लिए अगले दिन विकास कुमार पांडे पत्रकार का मोबाइल से वीडियो भेजा गया और दूसरे दिन मोहम्मद इस्लाम खान एवं कोमल कुशवाहा वह इस्लाम कादरी द्वारा फोन से बोला गया कि वह दबंग समाचार से बोल रहे हैं।अपना आईडी खबर संग्राम नाम विकास कुमार पांडे बताया और बोल रहा था कहो कहां हो चेंबर में नहीं हो अस्पताल आया हूं तब मैं बोला कि सीएससी बुढार के ओपीडी में बैठा हूं।और फिर फोन काट दिया फिर पत्रकारों द्वारा 19 अक्टूबर को 5:30 बजे शाम लगातार व्हाट्सएप एवं फोटो वीडियो ऑडियो के माध्यम से सेटलमेंट करने हेतु परेशान करने लगे और 20 अक्टूबर को हमारे स्टाफ मिठाई लाल तांबे को फोन करके बोले कि डॉक्टर साहब से सेटलमेंट करवा दो जिससे कल मुझे मानसिक प्रताड़ना हुई और उसके द्वारा लगातार धमकी दी जा रही थी 25 अक्टूबर को खुलासा टुडे प्रधान संपादक सलीम कुरैशी एवं संपादक हामिद कुरैशी के द्वारा समाचार पत्र संभागीय ब्यूरो मोहम्मद इस्लाम खान की रिपोर्ट के माध्यम से छापा गया कि डॉक्टर अपने चेंबर में गहरी नींद में सोते हुए पाए गए 26 अक्टूबर को पुनः स्टाफ मिठाई लाल को फोन करके उक्त पत्रकारों द्वारा ₹25000 के सेटलमेंट की बात कही गई और बोला गया की ₹25000 नहीं दोगे तो खबर चलाई जाएगी इस तरह से मनग्रहण झूठी और बेबुनियाद जानकारी की पेपर के माध्यम से परेशान किया जा रहा है।
इन पत्रकारों के विरुद्ध मामला दर्ज
उक्त शिकायत पर पुलिस द्वारा जिन पत्रकारों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है उनमें विकास कुमार पांडे,मोहम्मद इस्लाम खान,इस्लाम कादरी एवं अन्य पत्रकार शामिल है। इन पत्रकारों के विरुद्ध भारतीय न्याय संगीता के तहत धारा 308,2 एवं 35 का अप्राध्यक्ष किया गया है।

7 साल की हो शक्ति है सजा

बुढार थाना के संवेदनशील थाना प्रभारी संजय जायसवाल ने बताया कि तथा कथित उक्त पत्रकारों की विरुद्ध जो धाराएं लगाई गई हैं उसमें न्यायालय से 7 वर्ष तक की सजा हो सकती है। इसके अलावा यदि पत्रकारिता का आईडी कार्ड गलत पाया गया आजीवन कारावास भी हो सकता है।

वास्तविक पत्रकारों में खुशी की लहर

एक चिकित्सक को अनावश्यक परेशान कर ब्लैकमेलिंग करने वाले तथा कथित पत्रकारों के विरुद्ध पुलिस द्वारा मामला दर्ज किए जाने का वरिष्ठ पत्रकारों और वास्तविक पत्रकारों द्वारा स्वागत किया गया है। ईमानदारी से स्वस्थ एवं समाजवाद देश के हित में काम करने वाले पत्रकारों का कहना है कि कुछ गलत तत्व हमारे पैसे में आकर पूरे पत्रकार जगत को बदनाम कर रहे हैं।ऐसी स्थिति में पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाई स्वागत योग है।
इस कार्यवाही से वास्तविक पत्रकारों में खुशी की लहर है।वास्तविक पत्रकारों ने पुलिस महानिरीक्षक,पुलिस अधीक्षक,और थाना प्रभारी को फोन लगाकर धन्यवाद ज्ञापित किया और बोले कि पत्रकारिता की आड़ में जो लोग भी ऐसा कर रहे हैं उनके विरुद्ध सख्त कार्यवाही करें हम आपके साथ हैं।

नका कहना है।

शिकायत आने पर मामला कायम किया गया है।आगे भी कार्यवाही की जाएगी।

कुमार प्रतीक पुलिस अधीक्षक शहडोल

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