मुख्य व्यावसायिक केंद्र दुर्गा मंदिर अमलाई अस्थाई व्यापारियों के लिए परेशानी का सबब,सूखदार गुंडागर्दी से कर रहे अवैध वसूली

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राहुल मिश्रा,शहडोल।
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शहडोल।दुर्गा मंदिर अमलाई आसपास के क्षेत्र के लोगों के लिए खरीदी एवं अन्य व्यावसायिक दृष्टिकोण से एक मुख्य बाजार है जहां पर मां दुर्गा का मंदिर स्थापित है साथ में हनुमान जी का मंदिर भी बना हुआ है एवं स्थान के अभाव एवं संकीर्णता के कारण प्रत्येक दिन काफी भीड़ भाड़ का माहौल बना रहता है और किसी विशेष पर्व या कार्यक्रम में यहां पर छोटे-मोटे व्यापारियों के द्वारा अस्थाई तौर पर दुकान लगाई जाती हैं लेकिन यहां पर एक कहावत चरितार्थ होता है कि बड़ी मछली सदैव छोटी मछली को निगल जाता है ऐसे में देखा जाए तो दुर्गा मंदिर परिसर की साफ सफाई एवं मंदिरों की देखरेख निगरानी किसी न किसी के द्वारा किया ही जाता है वर्तमान में नगर परिषद के द्वारा साफ सफाई की जिम्मेदारी ली गई है।और कराई भी जाती है।लेकिन सवाल यह उठता है।कि बिना कुछ करें कुछ रसूखदारों के द्वारा अपने-अपने बुजुर्गों की संपत्ति बताकर कुछ समय के लिए त्योहार के समय में जमीन पर दुकान लगाने वाले गरीब बेबस लाचार व्यापारियों से बैठकी के नाम पर दो से ₹3000 की वसूली खुलेआम गुंडागर्दी की तौर पर किया जाता है। अब जानना यह है कि इन समाज सेवी का चोला ओढ़ कर मंदिर प्रांगण एवं मंदिर की व्यवस्था को बताते हुए लूट का अड्डा बनाया हुआ है।जिनके द्वारा सिर्फ किसी भी महत्वपूर्ण त्यौहार के समय में चाहे वह नवरात्रि का समय हो या दशहरा पर्व हो और या फिर दीपावली का दीपक उत्सव ऐसे अवसरों पर गरीबों की कमाई पर सरेआम डाका डाला जाता है।यह अधिकार किस आधार पर इन्हें दिया गया है।और इस प्रकार अवैध वसूली की जिम्मेदारी किसने दी है।यह जांच का विषय है कुछ तो ऐसे लोग हैं जिनके द्वारा अपने व्यवसाय को महत्व देने के लिए गरीब व्यापारियों के द्वारा लगाए जाने वाली दुकान की जगह पर अपनी बड़ी-बड़ी आलीशान गाड़ियां खड़ी कर स्थान को प्रभावित किया जाता है।और उनसे बात करने पर ऐसी बात बोलते हैं।जो कोई भी सुनकर विवाद करने पर उतारू हो सकता है।और वह चाहते भी हैं की कोई हमसे विवाद करें दूसरी ओर देखा जाए तो ऐसे ऐसे भगोड़े और लुटेरे तैनात रहते हैं।जिनके द्वारा किसी गरीब की व्यवस्था को उसकी कमजोरी मानकर लूटने में किसी भी प्रकार का गुरेज नहीं करते।ऐसे में स्थानीय पुलिस चचाई एवं नगर परिषद के मुख्य नगर पंचायत अधिकारी सहित परिषद के समस्त जनप्रतिनिधि इस और ध्यान दें की दुर्गा मंदिर परिसर में की जा रही अवैध वसूली करने वाला कौन है। और उनके ऊपर इस प्रकार की जा रही वसूली को लेकर कार्रवाई करना अत्यंत आवश्यक है।

इनका कहना है।
अगर ऐसा हो रहा है तो बिल्कुल गलत है।मैं इस मामले को दिखावती हूं।
श्रीमती गीता गुप्ता,अध्यक्ष नगर परिषद बरगवां।

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