राहुल मिश्रा शहडोल✍️
शहडोल।कई दर्जन कलेक्टर शहडोल में आकर वापस चले गए परंतु वर्तमान कलेक्टर डॉ.केदार सिंह इकलौते ऐसे आईएएस अधिकारी है जो गरीबों असहायों पीड़ितों की फरियाद पूरी गंभीरता से सुनकर उनकी समस्याओं का तत्काल निराकरण करते हैं।फरियादी की फरियाद सुनकर कलेक्टर संबंधित विभाग के अधिकारियों को तत्काल अपने सामने बुलवाते हैं और समस्या का निराकरण इस समय करते हैं।पूर्व के कलेक्टर आवेदकों से आवेदन लेकर आवेदन में मार्क करके संबंधित अधिकारियों को समस्या के भिजवा देते थे किंतु वर्तमान कलेक्टर संबंधित अधिकारियों को अपने सामने बुलवाते हैं इसमें चाहे जितना समय लग जाए।जब संबंधित अधिकारी आते हैं तब फरियादी के सामने आवश्यक दिशा निर्देश देकर मामले का निराकरण कर देते हैं। एक तरह से मानवता की मिसाल कायम करने में डॉ.केदार सिंह जरा भी पीछे नहीं हटते।सुबह 10:00 से रात 10:00 बजे तक लगातार कलेक्ट्रेट में बैठकर अन्य जरूरी कार्यों को निपटाते हुए गरीबों की सेवा में पूरी लगन और निष्ठा से कार्य कर रहे हैं।
तीन अनाथ बच्चों की ₹8000 मासिक आर्थिक सहायता
शुक्रवार 21 फरवरी को जिले के जयसिंहनगर तहसील के एक गांव से आए तीन अनाथ नाबालिक बच्चों की फरियाद सुनकर कलेक्टर ने शासन की वत्सल योजना के तहत₹8000 महीने आर्थिक सहायता प्रदान करने का आश्वासन बच्चों लालन पालन कर रहे। अभिभावकों को निर्देशित किया कि बच्चों की पढ़ाई लिखाई का विशेष ध्यान दिया जाए और उन्हें एक बेहतर और आत्मनिर्भर शिक्षित नागरिक बनाने का प्रयास करें। इतना ही नहीं कलेक्टर ने पारिवारिक संपत्ति का बटन वारा करवाने एवं अनाथ बच्चों को उसका हिस्सा दिलवाने का भी आश्वासन दिया।
हार्ट की मरीज नाबालिक लड़की के इलाज का किया इंतजाम
मंगलवार को जनसुनवाई में कलेक्ट्रेट पहुंची एक महिला की फरियाद पर कलेक्टर ने हार्ट की मरीज उसकी नाबालिक पुत्री का इलाज सत्य साईं हॉस्पिटल रायपुर छत्तीसगढ़ मैं निशुल्क कराने का इंतजाम तत्काल किया।
हैंडिकैप्ड प्रमाण पत्र बनवाने सीएमओ को लगाया फोन
शुक्रवार को एक फरियादी ने आकर फरियाद की कि उसके 70 वर्षीय पिता जो व्हीलचेयर में चलते हैं उनका हैंडिकैप्ड प्रमाण पत्र नहीं बन रहा है जिसके कारण उन्हें शासन की योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है यह फरियाद सुनकर कलेक्टर ने तत्काल सीएमएचओ को फोन लगाया और कहा कि सारा काम छोड़कर संबंधित व्यक्ति को हैंडिकैप्ड प्रमाण पत्र बना कर दिया जाए।
झुकने से बात बन जाए तो झुक जाओ पर इतना भी न झुको की गिर जाओ
शुक्रवार को विजय मत टीम के समक्ष एक ऐसा फरियादी कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत हुआ जो पारिवारिक विवाद के कारण मानसिक रूप से बहुत परेशान था। पूरी बातें गंभीरता से सुनने के बाद कलेक्टर डा.केदार सिंह ने फरियादी को समझाइश दी की आपसी परिवार का मामला है इसलिए झुकने से बात बन जाए तो झुक जाओ पर इतना भी ना झुको की गिर जाओ।इस तरह से कलेक्टर डॉ. केदार सिंह हर संभव प्रयास करते हैं कि सामने आने वाला फरियादी निराश होकर न लौटे।
बहु बेटा की प्रताड़ना से परेशान वृद्ध महिला की मदद
सोहागपुर निवासी एक वृद्ध महिला कलेक्टर के समक्ष शुक्रवार को पहुंची और उसने बताया कि उसकी बहू बेटा नाती सभी हर तरह से प्रताड़ित करते हैं जबकि उसने बच्चों को धन संपत्ति सब कुछ बंटवारा करके दे दिया है फिर भी शांति से जीने नहीं दे रहे।उसके पति भी हार्ट के मरीज है।यह फरियाद सुनकर कलेक्टर ने तत्काल पुलिस अधिकारी को फोन लगाकर वृद्ध मां को परेशान करने वाले बहू बेटों को समझाइश देने की हिदायत दी। कलेक्टर ने यह भी निर्देशित किया कि यदि वे नहीं मानते हैं तो उचित कानूनी कार्रवाई भी की जाए।
सेंट्रल बैंक के अधिकारियों को किया तलब
ग्राम कोयलारी निवासी एक महिला ने रोते हुए शुक्रवार को कलेक्टर से फरियाद की कि उसने सेंट्रल बैंक से ऋण लिया था परंतु बैंक वालों ने बिना बताए उसके घर को नीलाम कर दिया है अब वह कहां जाए। उसका परिवार तो सड़क पर आ जाएगा।दुखियारी महिला की फरियाद सुनकर कलेक्टर ने तत्काल सेंट्रल बैंक के अधिकारियों को तलब किया और फटकार लगाते हुए कहा कि लोन की राशि जमा करा कर नीलामी को निरस्त किया जाए और महिला को राहत प्रदान की जाए। महिला ने बताया कि कोरोना काल में व्यवसाय करने के लिए ₹700000 का लोन उसने लिया था जो अब बढ़कर 14 लख रुपए हो गया है बीच में कुछ किस्त उसने जमा किए थे।बैंक वालों ने बिना बताए उसके घर को नीलाम कर दिया है।
सीएम हेल्पलाइन को तेजी से निपटा रहे कलेक्टर
जन समस्याओं का निराकरण करते हुए भी कलेक्टर डॉ.केदार सिंह सीएम हेल्पलाइन के मामलों का तेजी से निराकरण करने में जुटे हुए हैं।विजय मत को उन्होंने बताया कि सितंबर माह में 16000 आवेदन लंबित थे जिनमें से उन्होंने संतुष्टि पूर्वक 9000 शिकायतों का निराकार कर दिया है।इसी तरह राजस्व विभाग के 47% प्रकरण का निराकरण संतुष्टि पूर्वक कर दिया गया है जिसके कारण प्रदेश के पांच जिलों में शहडोल अब्बल हो गया है जबकि शहडोल संभाग में अनूपपुर एवं उमरिया को पीछे छोड़ते हुए शहडोल नंबर वन बन गया है। कलेक्टर ने बताया कि सबसे ज्यादा लंबित प्रकरण स्वास्थ्य विभाग पीएचई राजस्व फूड पंचायत ऊर्जा नगरीय प्रशासन एवं पुलिस विभाग के हैं।कलेक्टर ने बताया कि सीएम हेल्पलाइन में 60% शिकायतें सही होती है।
नवाचार भी कर रहे कलेक्टर
कलेक्टर डॉ.केदार सिंह शहडोल के पहले ऐसे कलेक्टर है जो टी.एल की बैठक में दूर-दूर से आने वाले अधिकारियों को अपने कार्यालय नहीं बुलाते बल्कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बैठक ले लेते हैं।इस नवाचार से जहां एक और अधिकारियों का समय बचता है वहीं दूसरी ओर डीजल पेट्रोल का खर्च भी बच जाता है।हालांकि कलेक्टर डॉ.केदार सिंह कहते हैं कि वह इस नवाचार नहीं मानते यह तो हमारी ड्यूटी है जिसे हम कर रहे हैं।