रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में 32 हजार करोड़ रूपये के निवेष प्रस्ताव मिले

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शहडोल।संभागीय मुख्यालय शहडोल में आयोजित प्रदेश की 7 वीं रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के अवसर पर आयोजित पत्रकार वार्ता को सम्बोंधित करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने बताया कि 32 हजार करोड़ रूपये के निवेश के प्रस्ताव प्राप्त हुए है।ये प्रस्ताव खनिज,नवकरणीय ऊर्जा,पर्यटन, स्टील प्लांट,कृषि एवं उद्यानिकी क्षेत्रों से संबंधित है।औद्योगिक इकाइयोें के स्थापित होने से 30 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा।इस अवसर पर प्रदेश शासन के उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल,सांसद शहडोल संसदीय क्षेत्र श्रीमती हिमाद्री सिंह और विधायक जयसिंहनगर श्रीमती मनीषा सिंह उपस्थित रहीं।
मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने कहा कि शहडोल क्षेत्र में उद्योगों की स्थापना की अपार संभावनाएं है, यह उत्तर प्रदेश,और छत्तीसगढ से समीप है।शहडोल,खनिज संसाधनों से समृद्ध है,जिसमें कोयला,बॉक्साइट,फायर क्ले और ग्रेनाइट प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। यहाँ की वन संपदा और जैव विविधता इसे वन आधारित उद्योगों और औषधीय उत्पादों का प्रमुख केंद्र बनाती है।पर्यटन की दृष्टि से अमरकंटक नर्मदा और सोन नदियों का उद्गम स्थल है।धार्मिक और प्राकृतिक आकर्षण का केंद्र है। उमरिया जिले में बांधवगढ राष्ट्रीय उद्यान,सरसी आइलैंड पर्यटकों को आकर्षित करता है,आज आयोजित इस कॉन्क्लेव में उद्योगपतियों और निवेशकों के साथ किए गए संवाद से यह स्पष्ट हुआ कि क्षेत्र में बड़े पैमाने पर निवेश और उद्योग स्थापित किए जा सकते हैं।मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने कहा कि स्थानीय एमएसएमई को बड़े उद्योगों के साथ साझेदारी करने के अवसर प्राप्त होंगे,जिससे उनकी वृद्धि को बल मिलेगा एवं कुटीर, ग्रामोद्योग को भी इकोसिस्टम में जुड़ने का अवसर मिलेगा।

कान्वलेक्व में 5000 से अधिक लोगों ने सहभागिता की।50 से अधिक विशिष्ठ अतिथि तथा 3000 से अधिक एमएसएमई प्रतिभागियों ने भागीदारी की।जिनमें से अधिकांश ऊर्जा,खनिज,कृषि, उद्यानिकी, खाद्य प्रसंस्करण एवं पर्यटन क्षेत्र के उद्योगपति हैं।साथ ही मध्यप्रदेश में निवेश के लिए रुचि रखते हैं।रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में उद्योगपतियों ने अपने अनुभव साझा किये। मध्यप्रदेश की अग्रसर औद्योगिक नीति एवं अनुकूल औद्योगिक वातावरण होने के कारण निवेश के निरंतर प्रस्ताव प्राप्त हो रहे हैं जो कि हमारी प्रगतिशील औद्योगिक नीति का प्रत्यक्ष प्रमाण है। मुख्यमंत्री डॉ.यादव द्वारा 15 से अधिक प्रमुख उद्योगपतियों के साथ वन-टू-वन बैठक की गई।जिसमे टोरेंट पावर,रिलायंस,शारदा एनर्जी,जे.एम.एस.माइनिंग,बजरंग पावर एवं इस्पात आदि प्रमुख उद्योगपति शामिल रहे। रीजनल इण्डस्ट्री कॉन्क्लेव शहडोल में 102 इकाईयों को 401 एकड़ भूमि आवंटित की गई जिसमें 3561 करोड़ से अधिक का पूंजी निवेश एवं 9561 से अधिक व्यक्तियों को रोजगार प्रस्तावित है। रीजनल इण्डस्ट्री कॉन्क्लेव में 30 इकाईयों के भूमि पूजन लोकार्पण किये गये। जिसमें लगभग 572 करोड़ के प्रस्तावित निवेश एवं लगभग 2600 से अधिक व्यक्तियों को रोजगार सृजित होने की संभावना है।मुख्यमंत्री ने किया लोकार्पण एवं भूमिपूजन -रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव शहडोल में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उप तहसील (टप्पा) कार्यालय भवन चन्नौड़ी, तहसील- जैतपुर,जिला-शहडोल का लोकार्पण राशि 93.40 लाख, औद्योगिक पार्क गोहपारू (दियापीपर) शहडोल का भूमिपूजन किया। यह 16.13 करोड रूपये की लागत से 51 हेक्टेयर भूमि में विकसित किया जाएगा।मुख्यमंत्री द्वारा घोषणा-मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एम.एस.एम.ई इकाइयों के लिए 3 नवीन औद्योगिक क्षेत्र बनाने की घोषणा की है। जिसमें जिला शहडोल के ब्यौहारी तहसील, मऊ ग्राम,में 37.00 एकड़ क्षेत्रफल, जिला उमरिया के चंदिया तहसील, लोढ़ा ग्राम, में 12.00 एकड क्षेत्रफल,जिला अनूपपुर के बरगाँ ग्राम में 11.00 एकड क्षेत्रफल में नवीन औद्योगिक क्षेत्र शामिल है।साथ ही मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने यूआईटी इंजीनियरिंग कॉलेज शहडोल में स्नातक स्तर का बीटेक पाठ्यक्रम,आगामी सत्र से कंप्यूटर साइंस में नई टेक्नोलॉजी एआईएमएल,आईओटी,ड्रोन आदि का समावेश करने,स्नातकोत्तर स्तर का एमटेक पार्टटाइम पाठ्यक्रम, माइनिंग इंजीनियरिंग भी इसी सत्र से प्रारंभ करने की घोषणा की है। इसके साथ ही सेंट्रल वर्कशॉप, ट्रांसिट,हॉस्टल एवं स्पोर्ट्स ग्राउंड भी इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में विकसित करने एवं शहडोल रिंग रोड़ के निर्माण की घोषणा की।

मुख्यमंत्री ने शहडोल में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का किया शुभारंभमुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने शहडोल के इंजीनियरिंग कॉलेज में आयोजित सातवीं रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का शुभारंभ किया।मुख्यमंत्री ने समारोह में प्रदेश के अलग-अलग स्थानों में 572 करोड़ रूपये के लागत की 30 औद्योगिक ईकाईयो का वर्चुअल माध्यम से लोकार्पण और भूमिपूजन किया।मुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों को उद्योगों की स्थापना के लिए भूमि आबंटन के स्वीकृत प्रस्ताव प्रदान किए। मुख्यमंत्री ने शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज शहडोल में बी-टेक की नई ब्रांच खोलने और अनूपपुर में बायपास निर्माण की घोषणा की।इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश मे अब तक आयोजित रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव से 4 लाख करोड़ रूपये के निवेश के प्रस्ताव मिले है।इनसे 3 लाख लोगो को रोजगार के अवसर मिलेंगे।मुख्यमंत्री ने कहा कि शहडोल संभाग खनिज और वन सम्पदा से भरपूर क्षेत्र है। अमरकंटक मॉ नर्मदा और सोन जैसी पवित्र नदियों का उद्यगम है। यहां उद्योगों के विकास की अपार संभावनाएं है।शहडोल में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में 5 हजार से अधिक उद्यमी शामिल हुए।खनिज और ऊर्जा के क्षेत्र में यहां कई बड़े प्रस्ताव मिले हैं।उद्योगपतियों को उनका उद्यम स्थापित करने के लिए पूरा सहयोग दिया जाएगा।हम जब दो लोगो का भला करते हैं तो अपने को धन्य मानते हैं।उद्योगपति तो हजारों का भला कर रहे हैं।आपका शौर्य उद्योग के क्षेत्र में वैसा ही है जैसा युद्ध विजेता सेनापति का होता है।मुख्यमंत्री ने कहा कि शहडोल क्षेत्र कुछ कारणों से विकास की दौड़ में पीछे छूट गया था,अब शहडोल चकाचौंध होने वाला है।अगले पांच सालों में संभाग के तीनों जिलों का भाग्य बदल जाएगा।उद्योगों में निवेस के माध्यम से पूरे क्षेत्र में समृद्धि आयेगी।प्रदेश में औद्योगिक निवेश के माध्यम से हम पांच सालों में प्रदेश की जीडीपी को दुगना करेंगे।शहडोल में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में 32 हजार करोड़ के निवेश के प्रस्ताव मिले हैं।यह बहुत ही सफल रही है अब इस पूरे क्षेत्र का तेजी से विकास होगा।देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश तेजी से विकास कर रहा हैै।हम विश्व की 11वीं अर्थव्यवस्था से विश्व की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं।

बड़े उद्योगोे के साथ छोटे स्टार्टअप भी विकास में बड़ा योगदान दे रहे हैं।उद्योगपति सही मायने में दूसरों के लिए जी रहे हैं। और सर्वे भवन्तु सुखिनः की भावना को चरितार्थ कर रहे है।समारोह में उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि आज का दिन शहडोल के लिए ऐतिहासिक दिन है।जो कान्क्लेव इंन्दौर और भोपाल में आयोजित होती थी उस रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के आयोजन ने लोगों को रोमांचित कर रहा है।इस क्षेत्र पर भगवान की विशेष कृपा से खनिज और प्राकृतिक संसाधन के अपार भंडार हैं। यह क्षेत्र कई कारणों से विकास की दौड़ में कुछ पीछे रह गया था अब यहां तेजी से विकास होगा।प्रदेश के यशश्वी मुख्यमंत्री के नेतृत्व में हरित क्रान्ति के बाद अब प्रदेश में पर्यटन और औद्योगिक क्षेत्र में क्रान्ति हो रही है।शहडोल को विकास के नए अवसर देने के लिए मैं मुख्यमंत्री का यहां का प्रभारी मंत्री होने के नाते हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।समारोह में कुटीर एवं ग्रामोद्योग मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिलीप जायसवाल ने कहा कि शहडोल में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के आयोजन के लिए मुख्यमंत्री का हृदय से आभार है।यहां औद्योगिक निवेश से रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।संभाग में पर्याप्त मात्रा में उद्योग के लिए जल,जमीन,जन और जंगल हैं। यहां के परिश्रमी लोगों को आपके उद्योगों को उंचाई तक ले जाने के लिए अवसर मिलेंगे। मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में पूरा प्रदेश औद्योगिक निवेश की राह पर तेजी से कदम आगे बढ़ा रहा है।समारोह में प्रमुख सचिव राघवेन्द्र सिंह ने अतिथियों का स्वागत करते हुए प्रदेश में औद्योगिक विकास के विभिन्न आयामों की जानकारी दी।समारोह में सचिव एमएसएमई प्रियंका दास ने लघु उद्यम तथा औद्योगिक निवेश नीति के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। समारोह में प्रमुख सचिव खनिज उमाकांत उमराव, सचिव आईटी आशीष वशिष्ट,अतिरिक्त सचिव पर्यटन विदिशा मुखर्जी ने औद्योगिक निवेश से जुड़े विभागीय नीतियों और संभावनाओं की जानकारी दी।साथ ही मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने वीडियों कान्फ्रेंसिग के माध्यम से इंदौर, उज्जैन,सागर सहित अन्य संभागों के उद्यमियों से संवाद किया।मुख्यमंत्री का समारोह स्थल में परंपरागत लोक नृत्य गुदुम बाजा से स्वागत किया गया।समारोह में सांसद शहडोल श्रीमती हिमाद्री सिंह,सांसद सीधी डॉ.राजेश मिश्रा,विधायक जयसिंहनगर श्रीमती मनीषा सिंह,विधायक जैतपुर जयसिंह मरावी,विधायक ब्यौहारी शरद कोल,अध्यक्ष कोल विकास प्राधिकारण रामलाल रौतेल,अन्य जनप्रतिनिधि,कमिश्नर शहडोल श्रीमती सुरभि गुप्ता,कलेक्टर शहडोल,उमरिया एवं अनूपपुर तथा बड़ी संख्या में उद्योगपति उपस्थित रहे।

शहडोल संभाग में कोयला,ऊर्जा और इस्पात के क्षेत्र में निवेश के मिले प्रस्ताव

lशहडोल में आयोजित रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने शुभारंभ किया।कानक्लेव में शामिल 40 से अधिक उद्योगपति ने निवेश के कई प्रस्ताव दिए।कॉन्क्लेव में उद्योगपतियों ने मध्यप्रदेश की औद्योगिक संवर्धन नीति की प्रशंसा की।टोरेन्ट पॉवर लिमिटेड के वाइस प्रेसीडेंट नवीन कुमार सिंह ने कहा कि प्रदेश की निवेश नीति उद्योगपतियों के अनुकूल है। यहां तय समय सीमा में सभी तरह के प्रस्तावों को मंजूरी दी जा रही है। प्रदेश में पर्याप्त बिजली पानी और अधोसंरचना की सुविधाएं उपलब्ध हैं। टोरेन्ट पॉवर लिमिटेड आधुनिक तकनीक पर आधारित थर्मल पॉवर प्लांट लगाने जा रहा है। इससे 1 हजार व्यक्तियों को रोजगार मिलेगा। नवकरणी ऊर्जा के क्षेत्र में भी हम निवेश करेंगे। मध्यप्रदेश निवेश की दृष्टि से आदर्श राज्य है।कार्यक्रम में उद्योगपति हर्ष त्रिवेदी ने कहा कि हमनें मध्यप्रदेश में 50 करोड़ रूपये के निवेश से उद्यम शुरू किया था।इसे प्रदेश की उद्योग हितैषी नीति के कारण हमने 350 करोड़ के निवेश तक पहुचाया है। हम अब 500 करोड़ का निवेश करेगे।मध्यप्रदेश में अच्छी सड़कें, रेलमार्ग और अन्य सुविधाएं उद्योगपतियों को निवेश के लिए आकर्षित कर रही हैं।जिस प्रदेश में कभी बिजली की कमी थी अब वह दूसरे राज्यों को बिजली दे रहा है। यहां बड़ी संख्या में प्रशिक्षित श्रमिक और तकनीशियन हैं।मध्यप्रदेश शीघ्र ही देश के विकसित राज्यो में शुमार होगा। समारोह में रिलायंस एनर्जी के रवि कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री ने संभागों में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन करके साहसी कदम उठाया है।यह छोटे और बड़े दोनों निवेशकों के लिए बड़ा अवसर दे रहा है। रिलायंश ने शहडोल में नेचुरल गैस पर आधारित उद्योग 20 वर्ष पहले स्थापित किया था इसमें 6 हजार करोड़ का निवेश करके शहडोल से फूलपुर उत्तरप्रदेश तक 250 किलोमीटर तक गैस पाईप लाईन बिछाई गई है।यह पूरा क्षेत्र गैस आधारित उद्योगों की स्थापना के लिए सबसे अनुकूल क्षेत्र है।समारोह में उद्योगपति कमलकिशोर शारदा ने कहा कि हम शहडोल क्षेत्र में कोयले पर आधारित स्टील का प्लांट लगाने जा रहे हैं साथ ही नवकरणी ऊर्जा एवं थर्मल पॉवर में भी हम निवेश करेंगे।उद्योग की स्थापना से इस पूरे क्षेत्र में खुशहाली आएगी।हम क्षेत्र के किशानों को हाईब्रिड बीज उत्पादन का प्रशिक्षण देकर क्षेत्र की खेती को भी बेहतर करने का प्रयास करेंगे।समारोह में उद्योगपति नरेन्द्र गोयल ने कहा कि हम शहडोल क्षेत्र में 3 हजार करोड़ का निवेश करके सरिया बनाएंगे। हमनें यहां कोल ब्लाक लिया है जिसमें शीघ्र उत्खनन होगा।समारोह ने अन्य उद्योगपतियों ने भी निवेश के आकर्षक प्रस्ताव दिए।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने उद्योगपतियों से की वन टु वन चर्चा


मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश में निवेश और औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए शहडोल में आयोजित आरआईसी में विभिन्न उद्योगपतियों और उद्योग समूहों के प्रतिनिधियों से एक-एक कर चर्चा की।खनन के क्षेत्र में कार्य कर रही शारदा एनर्जी एंड मिनरल्स के सीएमडी कमल किशोर शारदा ने ग्रीनफील्ड परियोजना के तहत एकीकृत स्टील प्लांट स्थापित करने की जानकारी दी।इसके लिए लगभग 500 एकड़ भूमि अलॉटमेंट किए जाने की बात मुख्यमंत्री डॉ. यादव के सामने रखी।साथ ही मुख्यमंत्री डॉ.यादव को प्रदेश में निवेशकों को बेहतर माहौल तैयार करने के लिए धन्यवाद भी ज्ञापित किया। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने आश्वस्त किया कि निवेशकों को सभी तरह का सहयोग सरकार देगी।प्रदेश में ऊर्जा सेक्टर में निवेश की असीम संभावनाओं को देखते हुए टॉरेंट पॉवर के वाईस प्रेसिडेंट श्री नवीन सिंह ने 18 हज़ार करोड़ रुपये के निवेश से 800 मेगावाट के ताप विद्युत परियोजनाएँ स्थापित करने की इच्छा ज़ाहिर की। उन्होंने बताया कि इससे लगभग 7 हज़ार व्यक्तियों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोज़गार मिलेगा।
इसी प्रकार रिलायंस ग्रुप बिज़नेस हेड (कोल बेस्ड मीथेन)  रवि कुमार प्रेक्की ने बातचीत के क्रम में मीथेन गैस निष्कर्षण के लिए अपनी आगामी कार्य योजना के बारे में बताया।मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि निवेशक भरोसे के साथ निवेश करें सरकार द्वारा हर संभव मदद की जाएगी।
वन टु वन चर्चा के क्रम में गंगा खनिज डायरेक्टर श्री अशोक कुमार चतुर्वेदी ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव को उनकी ऊर्जा,खनन के क्षेत्र में प्रस्तावित परियोजनाओं एवं प्रदेश में भविष्य की निवेश गतिविधियों के संबंध में बताया।


श्री बजरंग पॉवर एवं इस्पात के एमडी नरेंद्र गोयल ने खनन क्षेत्र में निवेश करने की रुचि अभिव्यक्त की।इसमें स्टील काम्प्लेक्स स्थापित कर इसके माध्यम से 15 सौ से अधिक रोज़गार सृजन होने की जानकारी दी।श्री गोयल ने प्रदेश में निवेशकों को सकारात्मक और निवेश प्रोत्साहन देने के लिए मुख्यमंत्री डॉ यादव को शाल भेंट की।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने डीडीटीसी एक्ज़िम के सीएमडी उमाशंकर अग्रवाल से भी बातचीत की।अग्रवाल ने टेक्सटाइल इंडस्ट्री में एकीकृत टेक्सटाइल मिल स्थापित किए जाने पर योजना से अवगत कराया इस परियोजना से लगभग 5 हज़ार से अधिक व्यक्तियों को रोज़गार प्राप्त होगा। उक्त परियोजना के क्रियान्वयन में शासन से प्राप्त होने वाली समस्त अनुमति के सरलीकरण पर चर्चा की। वन टु वन चर्चा के क्रम में ओरिएंट पेपर मिल के एमडी एवं सीईओ श्री अनंत अग्रवाल ने प्रदेश में प्रस्तावित परियोजनाओं के संबंध में मुख्यमंत्री डॉ यादव से बातचीत कर पेपर निर्माण इकाई के विस्तारीकरण और उसके आधुनिकीकरण के बारे में अवगत कराया। इसी तरह खनन सेक्टर के क्षेत्र में निवेश करने की इच्छा महावीर कोल रिसोर्सेस के डायरेक्टर श्री अनुराग जैन, आर के ग्रुप के सीईओ श्री राजेंद्र कुमार शुक्ला एवं जेएमएस माइनिंग के डायरेक्टर श्री कल्याण कुमार हज़रा ने मुख्यमंत्री डॉ यादव से ज़ाहिर की।
खेल जगत में प्रदेश का नाम रोशन करने वाली क्रिकेटर सुश्री पूजा वस्त्रकार ने प्रदेश में खेल कूद को बढ़ावा देने और खेलों को प्रोत्साहन देने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. यादव का आभार व्यक्त किया।वन टु वन चर्चा के क्रम में खाद्य प्रसंस्करण सेक्टर की ग्रेनोक्सी के फाउंडर श्री शुभम् तिवारी ने वर्तमान में संचालित मिलेट प्रसंस्करण इकाइ के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि कंपनी को मोटे अनाज का निर्यात करने विदेशों से ऑर्डर प्राप्त हो रहे हैं।
ग्रीनवुड सोलर सोल्यूशन के सीईओ श्री अनिकेत लाड ने सौर ऊर्जा के क्षेत्र में असीम संभावनाओं को देखते हुए सोलर पैनल निर्माण प्लांट स्थापित किए जाने की कार्ययोजना रखी।

पर्यटन क्षेत्र में अपार संभावनाओं की भूमि है मध्य प्रदेश

मध्य प्रदेश शासन की अपर प्रबंध संचालक पर्यटन श्रीमती विदिशा मुखर्जी ने कहा है कि देश में मध्य प्रदेश पर्यटन क्षेत्र में अपार संभावनाओं की भूमि है।मध्य प्रदेश में पर्यटन के क्षेत्र में प्राकृतिक तथा इतिहास का दिया हुआ अनेकों वरदान है, जो हमारे मध्य प्रदेश को और ज्यादा अद्भुत बनाती है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक विरासत का संगम मध्यप्रदेश भारत के मध्य में स्थित एक ऐसा राज्य है जो प्राकृतिक सौंदर्य और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का अनूठा मिश्रण पेश करता है। खजुराहो के मंदिरों की नक्काशीदार दीवारें, सांची के स्तूपों की शांति, और कान्हा नेशनल पार्क की जीवंत वन्यजीव, मध्यप्रदेश में घूमने के लिए अनेक कारण हैं।श्रीमती मुखर्जी ने कहा कि मध्य प्रदेश अतुल्य भारत का हृदय प्रदेश है‌‌। यहां विपुल संस्कृति सौंदर्य एवं वैभवशाली विरासत से सुसज्जित प्रदेश है। मध्य प्रदेश अपने यहां आने वाले पर्यटकों को कला संस्कृति विशिष्ट व्यंजन एवं अतीत के माध्यम से प्रकृति के समीप आने का अवसर प्रदान करता है।इस दौरान उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश, देश का फिल्म पर्यटन और शूटिंग का हब बन गया है।अब मध्यप्रदेश में बनी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित फिल्मों ने देश और विदेश के नामी फिल्म निर्माण कंपनियों और निदेशकों का ध्यान आकर्षित किया है। हमारे यहां गौरवशाली ऐतिहासिक धरोहर, किला, वन संपदा, खनिज संपदा, नदिया, टाइगर रिजर्व, नेशनल पार्क, धार्मिक पर्यटन क्षेत्र में महाकालेश्वर, ओंकारेश्वर, पीतांबरा देवी मंदिर मैहर में शारदा माता मंदिर स्थित है। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई प्रयास कर रही है। इन प्रयासों में बेहतर कनेक्टिविटी , पर्यटक सुविधाओं का विकास और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अभियान शामिल हैं। उन्होंने सभी निवेशकों से निवेश कर पर्यटन के क्षेत्र में चर्चा कर मध्य प्रदेश के पर्यटन के क्षेत्र में किए जा रहा है प्रयासों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।कार्यक्रम में  कमलदीप ने निवेशकों को पर्यटन के क्षेत्र में आने वाले समय में होने वाले संभावनाओं के संबंध में जानकारी दी। इसी प्रकार श्री हर्ष कपूर, श्री भरत भूषण सहित अन्य लोगों ने टूरिज्म एवं फिल्म क्षेत्र में किया जा रहे कार्यों के संबंध में जानकारी दी।

खनिज क्षेत्र में निवेश की अपार संभावनाओं पर निवेशकों के साथ हुई चर्चा

खनिज क्षेत्र में निवेश के संदर्भ में आयोजित परिचर्चा के दौरान आज प्रमुख सचिव उमाकांत उमराव और खनिज विशेषज्ञों ने मध्यप्रदेश की खनिज संपदाओं के बारे में जानकारी देकर निवेश को प्रोत्साहित किया।उल्लेखनीय है कि यह परिचर्चा  शहडोल के इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में आयोजित रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में आए निवेशकों के साथ हुई। जिसमें वर्तमान तथा भविष्य को दृष्टिगत रखते हुए खनिज संपदाओं के दोहन व उपयोग, मध्यप्रदेश की खनिज नीति, यहां की सभावना व सुविधाएं, मांग तथा बाजार के संबंध में चर्चा कर निवेशको को आकर्षित किया गया। खनिज विशेषज्ञों ने विकास के उभरते दौर में खनिज क्षेत्र में निवेश व व्यापार की अपार उज्ज्वल संभावनाओं पर विस्तृत चर्चा की। जिसमें कहा गया कि प्रदेश मे कोयला, लाइम स्टोन, लौह, ताबा, हीरा, मैगनीज अयस्क, बाक्साइट, रॉक फास्फेट, डायमंड ग्रेनाईट, ग्रेफाईट, डोलोमाइट, प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। जिनके समुचित दोहन से प्रदेश के विकास को गति मिलेगी, वहीं ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में कान्तिकारी परिवर्तन आएगा।परिचर्चा के दौरान कहा गया कि पर्यावरण की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए खनिज ससाधनों का समुचित उपयोग करने में प्रदेश सरकार निवेशकों को प्रोत्साहन करने व उनकी सुविधाओं के लिए सकारात्मक सहयोग कर रही है। खनिज क्षेत्र में निवेश व प्रोत्साहन के साथ स्थानीय चुनौतियों पर विचार करते हुए उनके समाधान की दिशा में किए जाने वाले प्रयासों पर भी चर्चा की गई। प्रदेश के चहुमुखी विकास के लिए अन्य क्षेत्रों में निवेश के साथ खनिज क्षेत्र में निवेश व नवाचार का प्रयोग कर ऊर्जा का सुनियोजित उपयोग पर जोर दिया गया। जिसमें ऑयल और गैस के उत्पादन को बढ़ावा देकर मध्यप्रदेश को ऊर्जा का पॉवर हाउस बनाने की प्रतिबद्धता जाहिर करने के साथ हाईड्रो कार्बन के क्षेत्र में भी निवेश व अवसर की जानकारी दी गई। परिचर्चा में विशेष रूप से कहा गया कि इन क्षेत्रों में निवेश से निश्चित ही रोजगार, व्यापार और विकास को गति मिलेगी।

इस अवसर पर एकेएस यूनिवर्सिटी सतना के डीन जीपी प्रधान ने कहा कि प्रदेश में लॉ और ऑडर की कोई समस्या नहीं है शात प्रदेश है। उन्होनें पॉवर पॉइंट के माध्यम से माइनिग के क्षेत्र में अपार सभावनाओं की विस्तार से जानकारी दी। इसी क्रम में एकेएस यूनिवर्सिटी सतना के प्रोफेसर ज्ञानेन्द्र प्रधान ने कहा कि प्रदेश मे लाईम स्टोन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है इसमें कटनी, रीवा, सतना शामिल हैं यहां पर सीमेंट सेक्टर की अपार संभावनाए हैं। उन्होनें कहा इस क्षेत्र में जितनी भी बड़ी-बड़ी नदिया है, सोन जोहिला बेसिन के आस-पास कोयले के अपार भंडार हैं जो अगले 100 साल तक खत्म नहीं होगे।

इस अवसर पर प्रमुख सचिव खनिज उमाकांत उमराव ने मध्यप्रदेश सरकार के निवेशकों की समस्याओं के निराकरण के लिए की जा रही पहल और निवेश व प्रोत्साहन नीतियों के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि हर दो माह में इस संबंध में बैठक होती है।इस दौरान सभी संबंधित निवेशक वर्चुअली रूप से जुड़कर अपनी बात रखते हैं तथा उनकी समस्याओं का निराकरण सुनिश्चित किया जाता है।निवेश व प्रोत्साहन के संबंध में आयोजित परिचर्चा में निवेशकों द्वारा किए गए प्रश्नों का भी समाधान कारक उत्तर दिया गया।

रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी

संभागीय मुख्यालय शहडोल के इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में  7वीं रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया। जिसमें स्वास्थ्य विभाग, प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के तहत आंवला उत्पादन, मधुमक्खी पालन, गोंडी चित्रकला सहित अन्य उत्पादों एवं विभागों द्वारा प्रदर्शनी लगाई गई।

मुख्यमंत्री का शहडोल हैलीपैड पर किया गया आत्मीय स्वागत
 मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का  शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज छतवई शहडोल में आयोजित होने वाले 7वें “रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव” में शिरकत करने शहडोल हैलीपैड पहुुंचने पर मध्यप्रदेश शासन के कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिलीप जायसवाल, शहडोल संसदीय क्षेत्र की सांसद श्रीमती हिमाद्री सिंह, मध्यप्रदेश कोल विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष (केबिनेट मंत्री दर्जा) रामलाल रौतेल, विधायक जैतपुर विधानसभा क्षेत्र जयसिंह मरावी, विधायक विधानसभा क्षेत्र जयसिंहनगर श्रीमती मनीषा सिंह, कमिश्नर शहडोल संभाग श्रीमती सुरभि गुप्ता, पुलिस महानिरीक्षक शहडोल जोन  अनुराग शर्मा, डीआईजी सविता सुहाने, कलेक्टर डॉ.केदार सिंह, कलेक्टर अनूपपुर  हर्षल पंचोली एवं  पुलिस अधीक्षक रामजी श्रीवास्तव ,मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अनुपपुर तन्मय  वशिष्ठ शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने पुष्पगुच्छ देकर स्वागत एवं अभिवादन किया।इस दौरान मध्य प्रदेश शासन के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल,मुख्य सचिव मध्य प्रदेश शासन अनुराग जैन का भी पुष्पगुच्छ भेंट कर आत्मीय स्वागत किया गया। ‌

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