राहुल मिश्रा/शहडोल।पिछले कुछ दिनों हुए संभाग के सबसे बड़े जुएं फड़ की कार्यवाही को जुम्मा-जुम्मा कुछ ही दिन बीता है की अब ठीहा बदलकर जुएं का फड़ संचालित कर लिया गया है।जिसके मास्टर माइंड वही लोग है,जो पूर्व में गीता ग्राम के घने जंगलों में एडीजीपी पुलिस के साथ आंख मिचौली खेलते हुए धरा गए थे।जो क्षेत्र के सबसे बड़े समाजसेवी भी कहलाते हैं।लेकिन संबंधित थाने को पता ही नही चल पाया था।उसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए स्थानीय पुलिस प्रशासन के मदद से नया ठीहा चालू कर लिया गया है।उसी क्रम में देखा जाए तो क्षेत्र में अवैध कारोबार पर अंकुश नहीं लग पा रहा है।क्षेत्र में सक्रिय कुख्यात फड़बाजो द्वारा गिरोह बनाकार जुआं एवं सूदखोरी का अवैध कारोबार संचालित किया जा रहा है।
संचालित हो रहे जुआं,अड्डों में सुबह होते ही आधा सैकड़ा से ज्यादा जुआरियों को फड़बाज के द्वारा जगह बदल-बदल कर बकही एवम बकहो के आस पास खुली कोयला खदानों के बीच में व उसके आस पास सोन नदी के नजदीक बुलाते है।आधा सैकड़ा लोग जुआं अड्डे तक आसानी से पहुंच जाते है।दूसरी ओर पुलिस कुख्यात तक नही पहुंच पाती जो हास्यप्रद लगता है।
चौराहों पर रहते है खबरी।
किसकी ड्यूटी किस चौराहे पर लगानी है और किस प्वाइंट से क्लाइंट को उठाना है यह सब मैनेजमेंट कोई अज्जू नामक शादिर्ग ही करता है।जुआं खिलाने का सिस्टम यदि देखा जाय तो इतना सुरक्षित और व्यवस्थित है की बाहर से आने वाले खिलाड़ियों को बकायदा गाड़ी में बैठाकर ठीहे तक लाया जाता है।और यदि वह हार जाता है तो बकायदा उसे वापस घर भी पहुंचाया जाता है।सुरक्षा की दृष्टि से हर चौराहे पर खबरी लगाए जाते हैं जिनका बकायदा पेमेंट के साथ टी.ए.,डी.ए.भी निर्धारित किया गया है।और जुएं के पार्टरनशिप अपने अपने आदमियों का बकायदा रोजगार के रूप जुएं के चौकीदारी एवम व्यवस्था देने के रूप में नौकरी भी लगाते हैं।
इसके पूर्व में भी थाना चचाई अंतर्गत हुए का फड संचालित था।जहां पर शहडोल एडीजीपी द्वारा कठोर कार्रवाई करते हुए हुए।गीताग्राम के जंगलों के फड पर बुल्डोजर तक चलवाए गए थे।लेकिन उसके तुरंत बाद पूरी टीम ने अनूपपुर और शहडोल जिले के बॉर्डर पर अपने जुए का फड स्टार्ट कर लिये है।जो समय-समय पर अपना ठीहा बदलकर कभी थाना अमलाई क्षेत्र अंतर्गत तो वही दूसरी तरफ थाना चचाई की तरफ फड़ जमाते हैं जैसे ही अमलाई थाना की पुलिस सक्रिय होती है तो थाना चचाई अंतर्गत क्षेत्र में जाकर जुआ खिलवाते हैं।यह देखकर ऐसा लगता है की पुलिस दिखावे मात्र तक ही सीमित है।
दोपहर से रात तक संचालित नामचीन जुआं फड़ में प्रतिदिन लाखों रुपए की नाल एवं ब्याज की वसूली हो रही है,जिससे नगर के व्यापारी,कालरी कर्मचारी एवं किसानों के परिवार बरबाद हो रहे है।लम्बे समय से संचालित जुआं फड़ में ही आधा दर्जन से ज्यादा सूदखोर सक्रिय रहते हैं।जो हारे हुए जुआरियों को चैन,अंगूठी एवं गाड़ी को गहन रखकर दस प्रतिशत प्रतिदिन ब्याज की दर से उधार देकर जुआ खिलाया जाता है।और ब्याज के जाल में फसाया जाता है।यहां तक कि यदि फोनपे से कैश लेना है। तब भी दस प्रतिशत की दर से पैसे का लेन देन किया जाता है।बताया गया जुआं अड्डे में अमलाई कालोनी,संजय नगर शकोला,अनूपपुर बस्ती की जोड़ी, धनपुरी ,बुढार,बदरा,भालूमाड़ा,जमुना,आमाडांड सहित बिजुरी, राजनगर तक के जुआंरी रुपया डबल करने के लालच में आते है।और सब कुछ ब्याज एवं नाल में लुटा कर चले जाते है।अमलाई थाना क्षेत्र में बेखौफ चल रहे जुएं का आलम यह है कि नाल एवं ब्याज में लोगों को फंसाकर लूटने वाले युवा वर्ग एवं व्यापारियों को जुआं की लत में ढकेल कर युवाओं का जीवन बरबाद कर रहे है।
इनका कहना है।
जो लोग भी सीमा का फायदा उठाकर गलत कार्यों को अंजाम दे रहे हैं,उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
अनुराग शर्मा,पुलिस महानिरीक्षक (आईजी)शहडोल जोन