शहडोल।सरस्वती शिशु मंदिर पांडव नगर शहडोल में राष्ट्र सेविका समिति के प्रारंभिक शिक्षा वर्ग का समापन कार्यक्रम रविवार को संपन्न हुआ।वर्गाधिकारी राजश्री लोथे ने बताया कि यह प्रारंभिक वर्ग 31 दिसंबर से 5 जनवरी तक आयोजित किया गया था।जिसमें शहडोल विभाग के तीन जिलों के 15 स्थानों से शिक्षार्थी, शिक्षिका, प्रबंधिका, और अधिकारी वर्ग में कुल 160 महिलाएं शामिल रही। सुबह 5.30 बजे से रात 10 बजे तक कठिन दिनचर्या और अनुशासन का पालन करते हुए प्रतिभागियों ने चिंतन सूत्र, योगासन, प्रातः शाखा, लेखन कार्य, बौद्धिक सत्र, आचार पद्धति, चर्चा, कार्यशाला, भजन- गीत अभ्यास,रात्रि सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि में भाग लिया। इन गतिविधियों ने प्रतिभागियों के शारीरिक,आत्मिक,बौद्धिक व मानसिक विकास और संगठनात्मक कौशल को सुदृढ़ किया। कार्यक्रम में महाकौशल प्रांत संपर्क प्रमुख श्रीमती शशि गौतम ने सद्गुण निर्मिति का केंद्र शाखा विषय पर अपने विचार व्यक्त किए।विश्व की सबसे बड़ी महिला संगठन राष्ट्र सेविका समिति शहडोल विभाग के प्रारंभिक शिक्षा वर्ग का समापन कार्यक्रम रविवार को सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय पांडव नगर में संपन्न हुआ।कार्यक्रम की मुख्य वक्ता सीधी से आई प्रांत संपर्क प्रमुख शशि गौतम ने कहा कि भारत की महिलाओं ने हर क्षेत्र में भारत को श्रेष्ठतम उपलब्धियां प्रदान की हैं।उन्होंने कहा कि यह वर्ष देवी अहिल्याबाई होलकर की जन्म त्रिशताब्दी वर्ष है ,हम सभी को उनके गुणों को आत्मसात करके मां भारती की सेवा करनी है।प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में महिलाओं की विशेष भूमिका रही है।उनके जीवन से प्रेरणा लेकर उनके गुणों को अपने जीवन में आत्मसात कर देश एवं समाज में अपना योगदान देना चाहिये। उन्होंने कहा कि राष्ट्र सेविका समिति एक अखिल भारतीय संगठन है, जो महिलाओं शारीरिक, मानसिक, और बौद्धिक विकास के लिए कार्य करता है। ऐसे प्रशिक्षण वर्ग कार्यकर्ताओं के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं,जो समिति के प्रति आत्मीयता और विश्वास को और मजबूत करते हैं। कार्यक्रम के अंत में विभाग कार्यवाहिका श्रीमती रंजना शुक्ला ने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।