पंडित शंभूनाथ विश्वविद्यालय शहडोल के समाजशास्त्र तृतीय सेमेस्टर के विद्यार्थियों को आज धार्मिक एवं पर्यटन नगरी अमरकंटक का शैक्षणिक भ्रमण कराया गया। जहां विद्यार्थियों को समाजशास्त्र विभाग की विभागाध्यक्ष श्रीमती तारामणि श्रीवास्तव ने अमरकंटक के सघन वन, पर्यावरण जैव विविधता, नर्मदा कुंड तथा मंदिर का समृद्ध एवं गौरवशाली इतिहास, अमरकंटक ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक धरोहरों का महत्व तथा अमरकंटक में स्थित पर्यटन स्थलों की विधिवत जानकारी विद्यार्थियों को दी गई।
इस दौरान समाजशास्त्र विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. सिद्धार्थ मिश्र ने विद्यार्थियों को बताया कि मध्य प्रदेश तथा गुजरात की जीवन रेखा कहे जाने वाली मां नर्मदा की उद्गम स्थल अमरकंटक है। जहां का शुद्ध एवं स्वच्छ पेयजल मध्य प्रदेश तथा गुजरात कि लोगों के जीवन का आधार है। उन्होंने बताया कि अमरकंटक मुख्य रूप से धार्मिक एवं पर्यटन नगरी के रूप में जाना जाता है। यह सतपुड़ा श्रेणी के मैंकाल पर्वत पर स्थित है, यहां से प्रमुख तीन नदियां नर्मदा सोन एवं जोहिला का उद्गम होता है तथा नर्मदा मैय्या को समर्पित लगभग 12 मंदिर हैं। नर्मदा मंदिर सबसे महत्वपूर्ण है, जो नदी नर्मदा नदी के मूल बिंदु के आसपास बनाया गया है।इसी प्रकार प्रोफेसर डॉ. नीलिमा खरे, गेस्ट फैकेल्टी प्रोफेसर डॉ. राकेश मिश्र,डॉ. सिद्धिश्री सिंह एवं प्रोफेसर श्रीकांत चौधरी ने भी अमरकंटक के समृद्ध इतिहास एवं पर्यटन के संबंध में अपने विचार व्यक्त किया।